*🗓*आज का पञ्चाङ्ग*🗓*
*🎈दिनांक 27नवंबर 2025 *
*🎈 दिन - गुरुवार"
*🎈 विक्रम संवत् - 2082*
*🎈 अयन - दक्षिणायण*
*🎈 ऋतु - शरद*
*🎈 मास - मार्गशीर्ष*
*🎈 पक्ष - शुक्ल पक्ष*
*🎈तिथि- सप्तमी 24:29:18*pm तत्पश्चात् अष्टमी*
*🎈 नक्षत्र - धनिष्ठा 26:31:03* pmतत्पश्चात् शतभिष*
*🎈 योग - ध्रुव 12:08:13*pm तक तत्पश्चात् व्याघात *
*🎈करण - गर 12:20:20am तत्पश्चात् वणिज *
*🎈 राहुकाल -हर जगह का अलग है- 01:42 am to 03:01pm तक (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈चन्द्र राशि - मकर till 14:06:22*
*🎈चन्द्र राशि- कुम्भ from 14:06:22*
*🎈सूर्य राशि- वृश्चिक*
*🎈सूर्योदय - 07:05:44am*
*🎈सूर्यास्त -17:39:34pm*
*(सूर्योदय एवं सूर्यास्त ,नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈दिशा शूल - उत्तर दिशा में*
*🎈ब्रह्ममुहूर्त - 05:17 ए एम से 06:11:00( ए एम प्रातः तक *(नागौर
राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈अभिजित मुहूर्त- 12:01 पी एम से 12:44 पी एम*
*🎈 निशिता मुहूर्त - 11:56 पी एम से 12:50 ए एम, नवम्बर 28*
*🎈 अमृत काल -03:42 पी एम से 05:22 पी एम*
*🎈 व्रत एवं पर्व- सप्तमी व्रत*
*🎈विशेष - मार्गशीर्ष महात्म्य*
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*🛟चोघडिया, दिन🛟*
*🛟चोघडिया, रात्🛟*
🚩*श्रीगणेशाय नमोनित्यं*🚩
🚩*☀जय मां सच्चियाय* 🚩
🌷 ..# 💐🍁🍁✍️ | #🌕 👉 #जन्मकुंडली में उच्च और निम्न पद पर नौकरी👇🏼.......❗️
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👉♦️ जो जातक नौकरी करते है या नौकरी तलाश करते है उनके मन में यही धारणा होती है कि अच्छे पद और अपनी काबिलियत के अनुसार नौकरी में अच्छा पद मिल जाए।
🔸कुंडली में ऐसे योग होते है जिस कारण जातक उच्च पद, सामान्य या निम्न पद पर नौकरी करता है कुछ जातक नौकरी में उच्च पद के साथ उच्च पद प्रतिष्ठा को प्राप्त करते है। तो कुछ सामान्य स्तर की नौकरी करते है तो कुछ निम्न स्तर आदि की।
🔸जिस तरह की नौकरी या पद की आस हो उस नौकरी या पद के लिए व्यक्ति में काबिलियत होना नौकरी मिलने के लिए जरूरी होता है फिर फिर भी कुछ व्यक्ति अपनी काबिलियत से भी अच्छा पद पाते है तो कुछ अपनी काबिलियत से कम या काबिलियत तक ही पद प्राप्त कर पाते है।
🔹कुंडली का दसवा भाव कार्य क्षेत्र नौकरी/व्यवसाय आदि का होता है।
🔹छठे भाव से भी नौकरी का विचार किया जाता है।नौकरी किस तरह की किन क्षेत्रों में मिलेगी इसके लिए दशम भाव का स्वामी और दशम भाव में बैठे ग्रह जिम्मेदार होंगे और दशम भाव पर प्रभाव डालने वाले ग्रहो की स्थिति के अनुसार नौकरी की स्थिति होगी।
🔹दसवे भाव के स्वामी दशमेश का उच्च या स्वराशि होकर केंद्र या त्रिकोण में बैठना अच्छे पद पर नौकरी को दिलाता है।
🔹6, 8, 12 में दशमेश के होने से नौकरी में मेहनत ज्यादा रहती है।
🔹दशमेश का केन्द्रेश त्रिकोणेश से शुभ सम्बन्ध अच्छे पद पर नौकरी दिलाता है।
🔹दसवे भाव में भी केंद्र त्रिकोण के स्वामियों का एक साथ बैठना, या उच्च ग्रहो का बैठना अच्छे पद पर नौकरी मिलती है ऐसी नोकरी में जातक को उच्च अधिकार और अच्छा पद मिलता है।
🔹दशमेश के साथ या दशमेश के बली होने पर दशम भाव में किसी बली शुभ योग का बनना यह योग या सम्बन्ध गुरु मंगल सूर्य चन्द्र के सहयोग से बन रहा होता है जैसे गुरु चन्द्र से गजकेसरी योग, मंगल चन्द्र से लक्ष्मी योग, सूर्य मंगल से भौमादित्य योग, सूर्य गुरु से गुरुवादित्य योग या अन्य कोई शुभ बली योग बनने से उच्च पद पर अधिकार संपन्न नोकरी मिलती है।
🔹सूर्य चन्द्र मंगल बुध गुरु का जितना ज्यादा से ज्यादा प्रभाव दसवे भाव पर होगा या जितने ज्यादा इन ग्रहो का सम्बन्ध दसमेश से होगा उतने ही उच्च और प्रसाशनिक पद पर नौकरी मिलती है।
🔹शनि राहु केतु दशमेश या दशम भाव को प्रभावित करते है तो निम्न या सामान्य स्तर की नौकरी कराते है।
🔹दशम भाव पर शनि राहु के आलावा किसी ग्रह का प्रभाव न हो साथ ही दशमेश पर शनि की दृष्टि निम्न स्तर की नौकरी देती है। ऐसी स्थिति में आजीवन शनि व्यक्ति से नौकरी कराता है।
🔹दसवे भाव में शनि योगकारक बली होकर बैठा हो तो उच्च पद पर भी किसी भी क्षेत्र में नोकरी करा देता है। क्योंकि सभी तरह की नोकरियो का कारक शनि है।
🔹दशमेश कमजोर होने से किसी शुभ या योगकारक ग्रहो का सहयोग दशमेश को न मिलने से सामान्य स्तर की नौकरी मिलती है।
🔹दशमेश का सामान्य स्थिति में होना भी सामान्य नौकरी कराता है।
🔹दशमेश का उच्च या स्वग्रही होना सामान्य से अच्छे पद की नौकरी कराता है।
🔸नौकरी में संघर्ष दशमेश की बहुत ज्यादा कमजोर स्थिति, पीड़ित स्थिति, दशमेश के अस्त, नीच होने के कारण नौकरी में संघर्ष करना पड़ता है।
🔸सूर्य मंगल गुरु चन्द्र सरकारी नौकरी के कारक है।
🔸बुध शुक्र शनि राहु केतु गैर सरकारी(प्राइवेट) नौकरी के कारक है।
🔸शनि प्राइवेट सरकारी दोनों नौकरियों का कारक है।🔸शनि राहु केतु शुक्र जब सरकारी नौकरी के योग बनाते है जब इनका शुभ सम्बन्ध सूर्य गुरु मंगल चंद्र से होने होता है।
🔸दसवे भाव भावेश को जितना ज्यादा अनुकूल योगकारक ग्रहो का सहयोग होता है दशमेश या दसवे भाव के साथ जितने ज्यादा से ज्यादा शुभ योग बनते है। उसी के अनुसार उच्च आधिकारिक पद पर नौकरी मिलती है। योग सामान्य या कमजोर होने से सामान्य स्तर की नौकरी मिलती है।
🔸ग्रहो के फल में ग्रहो का अंश बल भी ज्यादा होना चाहिए ग्रह बहुत ज्यादा प्रारंभिक या आखरी अंशो पर नही होना चाहिए ऐसी स्थिति में ग्रह पूर्ण फल देने में सक्षम नही हो पाता साथ ही ग्रह अस्त भी न हो ग्रहो के अस्त होने से उन्नति और सफलता मुश्किल हो जाती है।इस तरह नौकरी की कई तरह की स्थितियां ग्रह योगो के कारण बनती है जिसके अनुसार जातक/ जातिका नौकरी करते है।
🌼 ।। जय श्री कृष्ण ।।🌼
💥।। शुभम् भवतु।।💥
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🔱🇪🇬जय श्री महाकाल सरकार 🔱🇪🇬 मोर मुकुट बंशीवाले सेठ की जय हो 🪷*
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*♥️~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*♥️ रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश "प्रेमजी", नागौर (राज,)*
*।।आपका आज का दिन शुभ मंगलमय हो।।*
🕉️📿🔥🌞🚩🔱ॐ 🇪🇬🔱


